एक शांतिमय या पुरसुकून दुनिया बनाना ही एकमात्र यथार्थवादी काम है: अट्ठाईसवाँ न्यूज़लेटर (2024)
इस्ला ग्रांडे में एफ्रो-कोलंबियाई निवासी एक सतत बिजली प्लांट की ज़रूरत पर बहस कर रहे हैं।
पूर्वी डीआरसी में चलती आ रही हिंसा पर काबू नहीं पाया जा सका है, जिसकी वजह से यह भ्रम खड़ा हो गया है कि इस कत्लेआम को हमेशा के लिए खत्म करना नामुमकिन है।
एक दौर था जब परमाणु-मुक्त यूरोप के नारे पूरे यूरोप महाद्वीप में गूँजते थे। लेकिन आज यूक्रेन में परमाणु सम्पन्न नाटो और परमाणु सम्पन्न रूस आमने-सामने हैं।
जून के महीने की शुरुआत में एक अफ़वाह फैली कि सऊदी अरब और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच पेट्रोडॉलर समझौता ख़त्म हो गया है। इस झुठी अफवाह ने वैश्विक वित्तीय प्रणाली पर अमेरिकी प्रभुत्व को लेकर दुनिया की आशंका को रेखांकित किया।
दुनिया के 64 देशों और यूरोपीय यूनियन में इस साल के अंत में चुनाव होने जा रहे है। इन चुनावों में दुनिया की तकरीबन आधी आबादी मतदान करेगी। इससे पहले कभी भी एक साल के भीतर इतने चुनाव नहीं हुए है।
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय की अवहेलना करते हुए, इज़रायल की ग़ज़ा पर बमबारी जारी है। संयुक्त राज्य अमेरिका की तरह, इज़रायल भी अंतर्राष्ट्रीय कानून का पालन करने से इनकार करता है। यह ‘नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था’ के पाखंड को उजागर करता है।
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