फ़िलिस्तीन से लेकर सूडान तक साम्राज्यवादी जंग बच्चों की जिंदगियाँ तबाह कर रही है। बचपन में लगे सदमे का शारीरिक-मानसिक प्रभाव लंबे समय तक उनपर बना रहेगा।
आईसीसी ने इज़राइल के प्रधानमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया। इसके बावजूद यूएस ने ‘हमेशा इज़राइल का साथ देने’ की बात कही है।
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी रक्षा सचिव का बारहवां दौरा। यानी ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद भी चीन के खिलाफ अमेरिका का नया शीत युद्ध जारी रहेगा।
दुनिया में अब जबकि एक नई बांडुंग स्पिरिट उभरने लगी है इसलिए हमें ग्लोबल साउथ को उसकी अपनी गतिशीलता के आधार पर समझना होगा न कि सिर्फ पश्चिम से इसके संबंधों के आधार पर।
मुख्यधारा का मीडिया फिलिस्तीन, जहाँ अब तक 114,000 लोग मारे जा चुके हैं, पर खबर करते हुए सच को या तो तोड़-मरोड़ रहा है या उसे छिपाते हुए झूठ पेश कर रहा है। इससे उलट…
1 अक्टूबर 1949 को पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना हुई। अपनी क्रांतिकारी प्रक्रिया के पचहत्तर वर्षों में, चीन ने कई चुनौतियों का सामना करते हुए भी उल्लेखनीय प्रगति की है।
मानसिक स्वास्थ्य संकट का प्रतिकार हमारे समाज के पुनर्निर्माण में निहित है। पूंजीवाद की गला-काट प्रतिस्पर्धा की संस्कृति की बजाय हमें एकजुटता और देखभाल पर आधारित संस्कृति को स्थापित करना होगा।