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हर तरफ़ भोर हो रही है, और दुनिया जाग रही है: छठा न्यूज़लेटर (2024)

फरवरी 1999 में ह्यूगो चावेज़ ने वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला था। इस साल वेनेज़ुएला की बोलिवेरियन क्रांति की पच्चीसवीं वर्षगाँठ है। क्रांति के बाद से, वेनेज़ुएला में इस साल छठा आम चुनाव होने वाला है। लेकिन अमेरिका, प्रतिबंधों की वापसी के साथ, अभी से ही चुनाव प्रक्रिया को अवैध बनाने और देश को अस्थिर करने की कोशिशों में जुट गया है। ये एकतरफ़ा प्रतिबंध संयुक्त राष्ट्र चार्टर का खुला उल्लंघन करते हैं। लेकिन फिर भी अमेरिका के अधिकारी करते हैं कि ‘[अमेरिका] दुनिया की पुलिस है’।

शेरोनावे हकीहीवे (वेनेज़ुएला), हेमा आहू (सुबह की ओस में मकड़ी का जाला), 2021

प्यारे दोस्तो,

ट्राईकॉन्टिनेंटल: सामाजिक शोध संस्थान की ओर से अभिवादन।

2 फरवरी 2024 को वेनेज़ुएला के लोगों ने बोलिवेरियन क्रांति की पच्चीसवीं वर्षगाँठ मनाई। 1999 में उस दिन, ह्यूगो चावेज़ ने वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभालकर लैटिन अमेरिकी एकीकरण की प्रक्रिया शुरू की थी, जो कि अमेरिका की हठ के कारण एक साम्राज्यवादविरोधी प्रक्रिया में बदलती गई। चावेज़ की सरकार को समझ में आ रहा था कि 1961 के संविधान से बंधे रह कर वह जनता का शासन लागू करने और जनता की जरूरतों को पूरा करने में सफल नहीं होगी। इसलिए सरकार ने गहरे लोकतंत्रीकरण पर जोर दिया। अप्रैल 1999 में, संविधान सभा की स्थापना के लिए एक जनमतसंग्रह कराया गया। इस संविधान सभा को नए संविधान का मसौदा तैयार करने का काम सौंपा गया। जुलाई 1999 में, 131 प्रतिनिधि विधानसभा के लिए चुने गए। दिसंबर 1999 में, नए संविधान के मसौदे की पुष्टि के लिए एक और जनमतसंग्रह हुआ; और, अंततः जुलाई 2000 में, नए संविधान में निर्धारित नियमों के आधार पर आम चुनाव आयोजित किया गया। जहां तक मुझे याद है, जिस दिन नया संविधान लोगों के सामने रखा गया था, उस दिन भारी बारिश हो रही थी। इसके बावजूद 44% मतदाताओं ने जनमत संग्रह में भाग लिया, और उनमें से 72% ने अपने देश के लिए एक नई शुरुआत का विकल्प चुना

नए संविधान के अनुसार, वेनेज़ुएला के पुराने सुप्रीम कोर्ट की जगह सुप्रीम ट्रिब्यूनल ऑफ जस्टिस (ट्रिब्यूनल सुप्रीमो डी जस्टिसिया – TSJ) स्थापित किया गया। पुराने सुप्रीम कोर्ट को देश का कुलीन वर्ग बड़ा सामाजिक परिवर्तन टालने के लिए एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करता था। पिछले पच्चीस सालों से, TSJ कुलीन वर्ग के हस्तक्षेप की वजह से विवादों में घिरा रहा है। कुलीन वर्ग को चावेज़ द्वारा राष्ट्रपति काल के शुरुआती सालों में किए गए बड़े बदलाव स्वीकार नहीं थे। 2002 में, TSJ के न्यायाधीशों ने चावेज़ के खिलाफ तख्तापलट का प्रयास करने वाले सैन्य अधिकारियों को बरी कर दिया था। इस आदेश से वेनेज़ुएला के ज़्यादातर लोग आक्रोशित थे लेकिन कुलीन वर्ग के निरंतर हस्तक्षेप के कारण TSJ पीठ का विस्तार करना पड़ा (जैसा कि अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट ने 1937 में ऐसे ही कारणों के चलते किया था) और न्यायपालिका पर विधान सभा का नियंत्रण बढ़ाया गया (जैसा कि अधिकांश आधुनिक समाजों में होता है, उदाहरण के तौर पर संयुक्त राज्य अमेरिका में, जहां अदालतों पर कांग्रेस की निगरानी अपवाद खंडआदि के ज़रिए संस्थागत रूप ले चुकी है। TSJ पर यह टकराव वाशिंगटन और वेनेज़ुएला के कुलीन वर्ग के हाथों चावेज़ सरकार को बदनाम करने का आसान हथियार बन गया था।

ओस्वाल्डो विगास (वेनेजुएला), बिच्छू, 1952

2024 में पिछले किसी भी साल की तुलना में दुनिया के सबसे ज़्यादा लोग मतदान करेंगे। लगभग सत्तर देशों में, जहां कुल मिलाकर दुनिया की लगभग आधी वयस्क आबादी रहती है, या तो चुनाव हो चुके हैं या आने वाले महीनों में होने वाले हैं। इन देशों में भारत, इंडोनेशिया, मैक्सिको, दक्षिण अफ्रीका, संयुक्त राज्य अमेरिका और वेनेज़ुएला शामिल हैं। वेनेज़ुएला में साल की दूसरी छमाही में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। वेनेज़ुएला सरकार द्वारा चुनावों की तारीख घोषित करने से पहले ही, देश के धुरदक्षिणपंथी विपक्ष और अमेरिकी सरकार ने हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया था। वो वित्तीय व व्यापार प्रतिबंधों की वापसी के साथ देश के चुनाव प्रक्रिया को अवैध बनाने और देश में अस्थिरता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। मौजूदा विवाद का केंद्र है TSJ; जिसने जून 2023 में दक्षिणपंथी नेता मारिया कोरिना मकाडो को (2036 तक नहीं तो) कम से कम 2029 तक वेनेजुएला में निर्वाचित पद ग्रहण करने के लिए अयोग्य घोषित किया था, और 26 जनवरी 2024 को एक बार फिर अपने फैसले को पलटने से इनकार कर दिया। बता दें कि मकाडो ने अपने ही देश के खिलाफ प्रतिबंध लगाने और संयुक्त राज्य अमेरिका से वेनेज़ुएला में सैन्य हस्तक्षेप करने की माँग की थी। TSJ ने आठ व्यक्तियों के मामले में सुनवाई की थी, जिन्हें विभिन्न कारणों से सार्वजनिक पद पर रहने के अयोग्य ठहराया गया था। उनमें से छह लोगों को वापस पद संभालने का आदेश मिला, लेकिन मकाडो सहित दो लोगों की अयोग्यता बरकरार रखी गई है।

TSJ के उक्त फैसले के खिलाफ वाशिंगटन से प्रतिक्रिया आनी ही थी। अदालत के फैसले के चार दिन बाद, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने प्रेस बयान में कहा कि अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवारों पर रोक लगानाअस्वीकार करता है और इसलिए वह वेनेज़ुएला को दंड देगा। अमेरिका ने तुरंत जनरल लाइसेंस 43 रद्द कर दिया; यह एक ट्रेजरी लाइसेंस था जिसके तहत वेनेजुएला की सार्वजनिक क्षेत्र की सोना खनन कंपनी, मिनरवेन, अमेरिकी व्यक्तियों एवं संस्थाओं के साथ सामान्य वाणिज्यिक लेनदेन करती थी। इसके अलावा, अमेरिकी विदेश विभाग ने चेतावनी दी कि यदि वेनेजुएला सरकार मकाडो को इस साल चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं देती तो अमेरिका, 18 अप्रैल को समाप्त होने जा रहे, जनरल लाइसेंस 44 को रीन्यू नहीं करेगा; यह लाइसेंस वेनेजुएला के तेल व गैस क्षेत्र को सामान्य व्यवसाय करने की अनुमति देता है। उसी दिन, मिलर ने प्रेस में कहा यदि सरकार अपना रास्ता नहीं बदलती, [तो] हम उस सामान्य लाइसेंस को समाप्त हो जाने देंगे, और हमारे प्रतिबंध वापस लागू हो जाएंगे।

एल्सा ग्राम्को (वेनेजुएला), आर-33, यही शुरुआत है, 1960

संयुक्त राष्ट्र चार्टर (1945) सुरक्षा परिषद को अध्याय VII के अनुच्छेद 41 के तहत प्रतिबंध लगाने की अनुमति देता है। हालांकि, इस बात पर जोर दिया गया है कि प्रतिबंध केवल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के ज़रिए ही लागू किए जा सकते हैं। इसीलिए वेनेज़ुएला पर अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंध अवैध हैं; ये प्रतिबंध पहली बार 2005 में लगाए गए थे और 2015 के बाद और कड़े कर दिए गए हैं। एकतरफा अवपीड़क उपायों पर संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत अलीना एफ. दौहान ने अपनी 2022 की रिपोर्ट में लिखा था कि, देश और कंपनियां अमेरिका द्वारा दंडित किए जाने के डर से इन एकतरफा उपायों का ज़्यादा अनुपालन करते हैं और [इनके अलावा] उन पर माध्यमिक प्रतिबंधों का भी खतरा रहता है। अमेरिका द्वारा लागू अवैध प्रतिबंधों के परिणामस्वरूप 2015 के बाद से वेनेज़ुएला को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है। इन प्रतिबंधों ने देश की आबादी के लिए सामूहिक दंड के रूप में काम किया है (जिनमें से साठ लाख से अधिक लोगों को देश छोड़कर जाना पड़ा है)2021 में, वेनेजुएला सरकार ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर की अखंडता की रक्षा के लिए देशों को एक साथ लाने और इस प्रकार के हिंसक, एकतरफा व अवैध उपायों के इस्तेमाल के खिलाफ ग्रुप ओफ़ फ़्रेंड्स इन डिफ़ेन्स ओफ़ यू एन चार्टर समूह का गठन किया था। इस समूह के सदस्यों के बीच व्यापार बढ़ रहा है, और उनमें से कई देश (विशेषकर रूस और चीन) वेनेज़ुएला को संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगियों के प्रभुत्व वाली वित्तीय एवं व्यापार प्रणाली का विकल्प प्रदान कर रहे हैं।

जैकलीन हिंड्स (बारबाडोस), पनामा नहर के निर्माताओं का बलिदान, 2017

पिछले महीने, ट्राईकॉन्टिनेंटल: सामाजिक शोध संस्थान ने एक ऐतिहासिक अध्ययन हाइपरइंपीरियलिज़्मऔर डोसियर द चर्निंग ऑफ द ग्लोबल ऑर्डरप्रकाशित किए थे, जिनमें हमने उत्तरी गोलार्ध की वैधता में गिरावट, दक्षिणी गोलार्ध में उभरती नई संभावनाओं, और अपना प्रभुत्व बनाए रखने के लिए उत्तरी गोलार्ध द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हिंसक उपकरणों का विश्लेषण किया है। पिछले साल, संयुक्त राज्य अमेरिका और वेनेज़ुएला की सरकारें बारबाडोस समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए मैक्सिको और नॉर्वे के प्रायोजन के तहत ब्रिजटाउन, बारबाडोस में मिली थीं। इस समझौते की शर्तों के तहत, वेनेज़ुएला ने कुछ विपक्षी उम्मीदवारों की अयोग्यता को TSJ न्यायालय में चुनौती देने की अनुमति देनी थी और अमेरिका ने वेनेज़ुएला के खिलाफ अपने प्रतिबंध हटाने की प्रक्रिया शुरू करनी थी। इस समझौते पर अमेरिका ने मजबूत स्थिति में नहीं बल्कि मजबूरी में हस्ताक्षर किए थे; कारण था कि अमेरिका, दक्षिणी गोलार्ध के देशों से बने, ओपेक+ (जो कि 2022 में वैश्विक तेल उत्पादन का 59% हिस्सा उत्पादित कर रहे थे) की ओर से अलगाव का सामना कर रहा है और वह सऊदी अरब पर अपना अधिकार जताने में विफल रहा था। इन चुनौतियों से निपटने के लिए, अमेरिका वेनेज़ुएला के तेल को विश्व बाजार में वापस लाना चाहता था। बारबाडोस समझौते द्वारा निर्धारित शर्तों को मानने से इनकार करने के बाद, मकाडो ने TSJ के फैसले का सम्मान करने का दावा कर अपनी अयोग्यता को चुनौती दी। लेकिन जब फैसला उनके खिलाफ आया, तो मकाडो और संयुक्त राज्य अमेरिका अपने औज़ारों के बक्से से वही अवपीड़न का औज़ार निकाल लाए: यानी प्रतिबंधों की वापसी और सैन्य हस्तक्षेप की धमकी। वेनेज़ुएला के विदेश मंत्री यवन गिल ने अमेरिका की प्रतिक्रिया को नवऔपनिवेशिक हस्तक्षेपवादकहा है।

एक तरफ वाशिंगटन ने प्रतिबंध वापस लागू किए, और दूसरी तरफ़ एसोसिएटेड प्रेस ने अमेरिकी सरकार द्वारा 2018 में जारी एक गुप्त ज्ञापन के आधार पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की। इस रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका ने राष्ट्रपति निकोलस मादुरो, उनके परिवार, और उनके करीबी सहयोगियों को निशाना बनाने के लिए वेनेज़ुएला में जासूस भेजे थे। अंतर्राष्ट्रीय कानून का खुला उल्लंघन कर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया था, इसके बावजूद अमेरिका की ड्रग एन्फोर्समेंट एजेंसी के पूर्व अधिकारी वेस ताबोर ने एसोसिएटेड प्रेस से कहा कि हम इसे सार्वजनिक रूप से कहना पसंद नहीं करते, लेकिन वास्तव में, हम दुनिया की पुलिस हैं। ये है अमेरिका का रवैया। इस तरह की सोच, जो हॉलीवुड में वेस्टर्न शैली की फ़िल्मों के घिसीपिटे संवाद की याद दिलाती है, अमेरिका के उच्च अधिकारियों के विमर्श को संचालित करती है। इसी लहजे में अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन इराक और सीरिया के सैनिकों को धमकाते हुए कहते हैं कि उनके पास काफ़ी क्षमता हो सकती है, [लेकिन] मेरे पास बहुत ज़्यादा है। इस बीच, ऑस्टिन ने घोषणा की है कि जॉर्डन में अपने सैन्य अड्डे पर हो रहे हमलों का जवाब अमेरिका जब हम चाहेंगे, जहाँ हम चाहेंगे, और जैसे हम चाहेंगेदेगा। हम वही करेंगे जो हम चाहेंगे। यह अहंकार ही अमेरिका की विदेश नीति का सार है, जो कि जब मन करता है तब युद्ध छेड़ देता है। तेहरान पर हमला करो‘, अमेरिकी सीनेटर जॉन कोर्निन ने कहते हैं, बिना इस बात की परवाह किए कि ईरान या कहीं और अमेरिका की बमबारी का क्या असर पड़ेगा।

मारियो अब्रू (वेनेजुएला), कंद महिला, 1954

राजनीतिक विरोधियों को प्रताड़ित करने और अपने देश पर किसी विदेशी शक्ति, या इस मामले में दुनिया की पुलिस‘, से आक्रमण की माँग करने वाले लोगों को अयोग्य ठहराने के बीच निःसंदेह एक महीन रेखा है। यह सच है कि सरकारें किसी विदेशी ताक़त के एजेंट होने का आरोप लगाकर अक्सर अपने विरोधियों को अपमानित करती हैं (जैसा कि अमेरिकी कोंग्रेस सदस्य नैन्सी पेलोसी ने हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका में फिलिस्तीनियों के खिलाफ इज़रायल के नरसंहार का विरोध कर रहे लोगों के साथ किया था; उन्हें रूस का एजेंट बताकर पेलोसी ने संघीय जांच ब्यूरो से उनपर निगरानी रखने की माँग की)। जबकि, मकाडो ने खुले तौर पर संयुक्त राज्य अमेरिका से वेनेज़ुएला पर आक्रमण करने का आह्वान किया था, जो कि किसी भी देश में अपराध माना जाएगा।

दिसंबर 2020 में, मैं वेनेज़ुएला के कई विपक्षी नेताओं से मिला था, जो मकाडो जैसे नेताओं के शासन परिवर्तन के दृष्टिकोण के खिलाफ खड़े थे। कैम्बीमोस मोविमिएंटो स्यूदादानो के नेता टिमोतेओ ज़ांब्रानो ने मुझे बताया कि वेनेज़ुएला के लोगों के सामने जाकर उनसे ह्यूगो चावेज़ द्वारा स्थापित समाजवादी कार्यक्रम चाविस्मो को समाप्त करने का आह्वान करना अब संभव नहीं है। इसका मतलब यह था कि ज़ांब्रानो की पार्टी जैसी सामाजिक लोकतांत्रिक पार्टियों सहित दक्षिणपंथ के बड़े हिस्से को यह स्वीकार करना पड़ा है कि यह दृष्टिकोण आसानी से लोकप्रिय समर्थन नहीं जीत सकता। लेकिन जुआन गुएडो और मारिया कोरिना मकाडो जैसे धुरदक्षिणपंथी वास्तविक लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के लिए तैयार नहीं हैं; वे इसके बजाय एफ-35 लाइटनिंग-II में बैठ कर काराकास जाना पसंद करते हैं।

वेनेज़ुएला को प्रतिबंधों से राहत देने का वादा करने के कुछ महीने भी नहीं बीते हैं कि अमेरिका अपने हाइपरसाम्राज्यवादी रास्ते पर लौट आया है। लेकिन दुनिया बदल गई है। 2006 में, चावेज़ संयुक्त राष्ट्र गए थे; वहाँ उन्होंने दुनिया के लोगों से नोम चॉम्स्की की पुस्तक हेजेमनी ओर सर्वाइवलपढ़ने का आह्वान किया और कहा, ‘हर तरफ भोर हो रही हैयानी दुनिया जाग रही है। सब तरफ दुनिया जाग रही है। और लोग खड़े हो रहे हैं31 जनवरी 2024 को, मादुरो TSJ मुख्यालय गए थे, जहां उन्होंने कहा, ‘हम निवेश, समृद्धि, प्रगति, उन्नति, [या] विकास के लिए अमेरिकियों या दुनिया में किसी पर निर्भर नहीं करते हैं।अठारह साल पहले चावेज़ द्वारा किए गए आह्वान की ओर इशारा करते हुए मादुरो ने कहा, ‘नई दुनिया जन्म ले चुकी है।

स्नेहसहित,

विजय।